Kosi River: कोसी नदी को क्यों कहा जाता है बिहार का शोक, जानें इसके पीछे का कारण
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jul 11, 2024
बाढ़ से बर्बादी
कोसी नदी में हर साल बाढ़ आती है, जो भारी मात्रा में आस पास के क्षेत्रों में तबाही मचा देती है.
नदियों का संगम
कोसी नदी नेपाल से बिहार में प्रवेश करती है और गंगा नदी में आकर मिलती है. इसमें हम कोसी नदी के बारे में विस्तार से जानेंगे कि इसे बिहार का शोक क्यों कहा गया है.
बिहार का शोक
कोसी नदी को बिहार का शोक इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इस नदी में बार-बार आने वाली बाढ़ बिहार के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर तबाही मचाती रही है.
शहर जलमार्ग
बिहार को हर साल बाढ़ का सामना करना पड़ता है. कई गांव और शहर जलमग्न हो जाते है. इस बाढ़ से फसलों का भी भारी मात्रा में नुकसान होता है.
मलबा भी एक कारण
नेपाल की पहाड़ियों में लगातार होने वाले मलबा प्रवाह के कारण कोसी नदी में बड़ी मात्रा में मलबा और गाद जमा हो जाती है. इससे नदी का जलस्तर बढ़ जाता है और बाढ़ का खतरा भी बढ़ जाता है.
उत्तरी बिहार
कोसी नदी का महत्व बाढ़ के कारण ही नहीं है. इसका यह कारण भी है कि ये नदी उत्तरी बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत भी मानी जाती है. इस नदी के किनारे बसे गांवों और शहरों के लिए पेयजल का भी स्त्रोत है.
वरदान और अभिशाप
कोसी नदी को बिहार के लिए वरदान और अभिशाप दोनों माना गया है. यह नदी वरदान के रूप में पेयजल का स्त्रोत है और अभिशाप रूप में बाढ़ से तांडव भी मचाता है.