Mahabharata Shraap: महाभारत के इस श्राप के कारण धरती पर हुई थी कलयुग की एंट्री

Nishant Bharti
Oct 07, 2024

4 युग

हिंदू धर्म के पुराणों में 4 युगों के वर्णन किए गए हैं सत्ययुग त्रेतायुग द्वापरयुग और कलयुग.

कलयुग

जिसमें से वर्तमान में कलयुग चल रहा है.

महाभारत का श्राप

लेकिन क्या आप जानते हैं कि द्वापरयुग के समय में महाभारत के एक श्राप के कारण कलयुग की एंट्री हुई है.

स्वर्ग लोक

कथाओं की मानें तो स्वर्ग लोक की तरफ समय पांडवों ने अपना साका राज पाठ अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित को सौंप दिया था.

परीक्षित

परीक्षित बहुत ही न्याय प्रिय और प्रजा के प्रति निष्ठावान राजा थे. उनके राज में हर तरफ खुशहाली थी.

शमीक ऋषि

परीक्षित एक बार जंगल में शिकार करने गए थे, जहां शमीक ऋषि मौन अवस्था में ध्यान कर रहे थे. इस दोरान राजा ने उनसे पीने के लिए पानी मांगा, लेकिन ध्यान में होने के कारण ऋषि ने कोई जबाव नहीं दिया.

कलयुग प्रभाव

राजा परीक्षित के स्वर्ण मुकुट पर विराजमान कलयुग प्रभाव से राजा ने इसे अपना अपमान माना और उसने गुस्से में ऋषि के गले में मरा हुआ सांप डाल देते हैं.

श्रृंगी ऋषि

इस बात की जानकारी जब शमीक ऋषि के पुत्र श्रृंगी ऋषि को लगता है तो गुस्से में उन्होंने राजा को श्राप दे दिया. ऋषि श्रृंगी ये श्राप दिया कि नाग राज 7 दिन में उसे डस लेंगे और राजा की मृत्यु हो जाएगी.

राजा परीक्षित के मौत

श्राप के कारण 7 दिन बाद नागराज तक्षक ने राजा को डस लिया औऱ उनकी मौत हो गई. राजा परीक्षित के मौत के बाद से ही कलयुग की शुरुआत मानी जाती है.

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