Namaste History: हाथ जोड़कर अभिवादन करने की परंपरा कब और कैसे शुरू हुई?

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Dec 15, 2024

नमस्ते

हाथ जोड़कर अभिवादन करने की परंपरा हमारे देश भारत में सदियों से चली आ रही है. जो कि संस्कृत के शब्द नमस्ते से जुड़ी हुई है.

संस्कृति और सभ्यता

हाथ जोड़कर अभिवादन यानी नमस्ते करना हमारे देश भारत की संस्कृति और सभ्यता का पहचान है.

नमस्ते अर्थ

संस्कृत शब्द नमस्ते के नमस का अर्थ है धनुष, प्रशंसा, पालन और अभिवादन. वहीं, ते का अर्थ है आपके लिए.

नमस्ते

इस तरह शब्द नमस्ते का पूरा अर्थ है आपको नमन या आपको अभिवादन.

विशेष महत्व

शास्त्रों में हाथ जोड़कर नमस्कार करने का विशेष महत्व है. इससे कई फायदे होते हैं.

शांत मन

हाथ जोड़कर अभिवादन करने से मन शांत रहता है.

रक्त का प्रवाह

जो लोग हाथ जोड़कर अभिवादन करते हैं, उनके शरीर में रक्त का प्रवाह सही रहता है.

भावना को दर्शाने का माध्यम

हाथ जोड़कर अभिवादन करना सामने वाले व्यक्ति के प्रति अपने सम्मान, शिष्टाचार और आभार व्यक्त करने की भावना को दर्शाने का एक माध्यम है.

बीमारियों का फैलाव

मान्यता है कि हाथ जोड़कर अभिवादन करने से शरीर में बीमारियों का फैलाव रुकता है.

याददाश्त

कहा जाता है कि हाथ जोड़कर अभिवादन करने से हमारी याददाश्त बढ़ती है.

अंजलि मुद्रा

हाथ जोड़कर अभिवादन करने की मुद्रा को अंजलि मुद्रा कहते हैं. यह मुद्रा भारतीय शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम में भी पाई जाती है.

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