भारत G20 Summit की मेजबानी कर रहा है. वैसे तो इस आयोजन को खास बनाने के लिए देश में तमाम तरह की तैयारियां की गई हैं.
Gangesh Thakur
Sep 08, 2023
नटराज की प्रतिमा
दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में यह समिट होगा. यहां भारत मंडपम के बाहर भव्य और विशालकाय शिव नटराज की अष्टधातु की प्रतिमा लगाई गई है.
नटराज की प्रतिमा
नटराज की मूर्ति की ऊंचाई तकरीबन 28 फीट, इसमें प्रतिमा 22 फीट और शेष 6 फीट ऊंचाई का प्लेटफॉर्म है, जिस पर प्रतिमा स्थापित की गई है. इसका वजन करीब 18 टन है.
नटराज की प्रतिमा
नटराज की अष्टधातु की मूर्ति इसलिए क्योंकि इसे दिव्य ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. चोल वंश यानी 9 वीं शताब्दी से इस मूर्ति के निर्माण के लिए यही प्रक्रिया अपनाई जा रही है जो इस बार अपनाई गई है.
नटराज की प्रतिमा
नटराज भगवान शिव का ही आनंद स्वरूप है. शिव के तांडव के दो रूप क्रोध और आनंद में से ये आनंद का प्रतीक है. यह सृष्टि के निर्माण का भी सूचक है.
नटराज की प्रतिमा
नटराज की प्रतिमा में भगवान शिव की चार भुजा, अग्नि का घेरा, एक पांव से एक बौने दानव जो बुराई का प्रतीक को दबाए और दूसरे पांव से नृत्य मुद्रा को दर्शाया गया है.
नटराज की प्रतिमा
नटराज की इस विशालकाय अष्टधातु की प्रतिमा को तमिलनाडु के शिल्पकार राधाकृष्णन और उनके भाई स्वामीनाथन ने मिलकर बनाया है.
नटराज की प्रतिमा
नटराज की यह प्रतिमा अष्टधातु से बनी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है. ये मूर्ति थिल्लई नटराज मंदिर (चिदंबरम), उमा माहेश्वरार मंदिर (कोनेरीराजापुरम) और बृहदेश्वर मंदिर (थंजावुर) में स्थापित मूर्तियों से प्रेरित है.
नटराज की प्रतिमा
यूरोपीय न्यूक्लियर रिसर्च संस्थान यानी CERN. इस संस्थान के परिसर में नटराज की 2 मीटर की एक मूर्ति भी स्थापित है.