भारत अमेरिका से तीन अरब डॉलर में 30 MQ 9B रीपर ड्रोन खरीदने वाला है. अमेरिका ने इन्हीं ड्रोन से बीते साल ही 31 जुलाई को तब के अलकायदा चीफ अल जवाहिरी को काबुल में मार गिराया था. हमला इतना सटीक था कि जवाहिरी के अलावा इमारत में मौजूद किसी और की मौत नहीं हुई थी.

Jun 19, 2023

30 MQ 9B रीपर ड्रोन से ही पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया था. इन ड्रोन का मुख्य उद्देश्य सिर्फ इतना है कि चीन और पाकिस्तान के साथ तनाव भरे रिश्तों को देखते हुए भारत ने इस नायाब ड्रोन को खरीदने का फैसला किया.

अमेरिका से खरीदे जा रहे ड्रोन में 14 ड्रोन भारतीय नौसेना को और 8-8 ड्रोन आर्मी और एयरफोर्स को मिलेंगे. इन ड्रोन का सौदा PM नरेंद्र मोदी अमेरिका का यात्रा के दौरान करेंगे.

जानकारी के लिए बता दें कि तालिबान और ISIS के खिलाफ अमेरिका ने इसी आधुनिक ड्रोन का इस्तेमाल किया था. यह रीपर ड्रोन अमेरिकी सेना के हवाई बेड़े का बेहद खास हिस्सा है, जिसका इस्तेमाल निगरानी और हमले, दोनों में किया जाता है.

इन ड्रोन की बात करें तो इसकी लंबाई 38 फुट और पंखों का फैलाव 80 फुट है. 1900 किमी के लक्ष्य पर सटीक निशाना. एक बार में ड्रोन 35 से 40 किमी तक उड़ सकता है. साथ ही यह 40 से 45 फीट तक ही उड़ सकता है.

भारत की तटीय सीमा 7,517 किलोमीटर की है. इसके अलावा चीन के साथ LAC 4,056 किमी, पाकिस्तान के साथ 3,323 किमी, नेपाल के साथ 1,752 और म्यांमार के साथ 1,645 किमी है. ऐसे में हमें ऐसे टोही विमान की ज़रूरत है, जो पड़ोसी देशों की आंखों में धूल झोंकते हुए रियल टाइम निगरानी कर सके.

MQ 9B Reaper Drones ज़मीन पर मौजूद दो पायलटों और सेंसर ऑपरेटरों की टीम द्वारा दूर से उड़ाए जाते हैं. पायलट टेकऑफ़, उड़ान पथ और लैंडिंग को नियंत्रित करता है, जबकि सेंसर ऑपरेटर कैमरों और निगरानी उपकरणों को नियंत्रित करते हैं.

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