लहसुनियारत्न शास्त्र के अनुसार लहसुनिया को केतु का रत्न कहा जाता है. यदि किसी जातक की कुंडली में केतु अनुकूल स्थिति में है तो लहसुनिया धारण करना शुभ माना जाता है.

Aug 16, 2023

हीरारत्न शास्त्र के अनुसार हीरा रत्न वृषभ और तुला राशि का स्वामी माना जाता है. हीरा धारण करने से शुक्र ग्रह प्रसन्न होते हैं. हीरा प्रत्येक जातक को आकर्षित करता है, परंतु जिन जातकों की लग्न राशि मेष, वृश्चिक, कर्क, सिंह और मीन है उन जातकों को हीरा धारण नहीं करना चाहिए.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीलम उन्हीं लोगों को धारण करना चाहिए, जिनकी कुंडली में शनि ग्रह कमजोर हैं. इसके अलावा जिन जातकों की लग्न राशि सिंह हैं उन्हें नीलम रत्न धारण नहीं करना चाहिए.

गोमेदरत्न शास्त्र के अनुसार गोमेदको राहु का रत्न माना जाता है. जिन जातकों की लग्न राशि या लग्न भाव वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ हों उनके लिए गोमेद लाभकारी माना जाता है.

ओपल शुक्र ग्रह

रत्न शास्त्र के अनुसार ओपल शुक्र ग्रह का रत्न माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा, सूर्य और बृहस्पति शुक्र ग्रह के शत्रु माने जाते हैं. ऐसे में जिन लोगों ने माणिक्य, मोती और पुखराज धारण किया है उन्हें भूलकर भी ओपल नहीं पहनना चाहिए.

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