Premanand Ji Maharaj: सारे दुख को खत्म करने का एक मात्र उपाय है श्रीजी

PUSHPENDER KUMAR
Sep 18, 2023

Radha Ashtami 2023

भगवान श्रीकृष्ण के नाम के साथ राधा रानी का नाम साथ में लिया जाता है, और कृष्ण जन्माष्टमी की तरह ही राधा अष्टमी का भी महत्व है. यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है और कहा जाता है कि इसका व्रत सभी पापों का नाश करता है.

Radha Ashtami Dos

इस व्रत के दौरान, आपको जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए, और फिर राधा की मूर्ति को पूजन वेदी पर रखना है. दोपहर 12 बजे पूजा करें, व्रत कथा, राधा स्तुति, और राधा चालीसा का पाठ करें, भजन गाएं, और शाम को देवता का आह्वान करने के लिए तेल का दीपक जलाएं.

Radha Ashtami Vrat

राधा रानी को अरबी बहुत पसंद है, और भक्तों को राधा अष्टमी पर उनके लिए अरबी का भोग लगाना चाहिए. इसके माध्यम से भक्त राधा और कृष्ण के प्रेम में भाग्यशाली होते हैं.

Radha Ashtami Remedy

राधा अष्टमी के दिन, 108 बार जप करने से राधा रानी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आप यह मंत्र जप सकते हैं: "ऊं ह्नीं राधिकायै नम:" और "ऊं ह्नीं श्रीराधायै स्वाहा:". यह मंत्र लक्ष्मी प्राप्ति के लिए भी जाना जाता है.

Radha Rani Ji

आप अपनी ऊर्जा को बनाए रखने के लिए छाछ, नारियल पानी, और नींबू पानी पी सकते हैं. दिन भर की भूख को शांत करने के लिए ताजे फल, रायता, फलों की खीर, गुड़, खजूर, और मेवे भी खा सकते हैं, लेकिन अनाज और भारी खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए.

Radha Ashtami Kab ki Hai

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 22 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 35 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 23 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 17 मिनट पर इसका समापन होगा. उसके लिए 23 सितंबर को सुबह 11 बजकर 01 मिनट से दोपहर 01 बजकर 26 मिनट तक का समय शुभ रहेगा.

Premanand Ji Maharaj

राधा अष्टमी पर्व के दिन, सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. हरे कृष्ण महामंत्र का जाप भी करें, जिससे जीवन में सुख-शांति मिलती है.

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