प्रकृतिक का पर्व सरहुल झारखंड में धूमधाम से मनाया जाता है.

Kajol Gupta
Mar 24, 2023

तीन दिनों तक चलने वाला यह पर्व उपासना के साथ शुरु होता है

हर साल की तरह इस साल भी शहर में सरहुल पर्व के अवसर पर कई शोभायात्रा निकाली जाएगी

सरहुल पर झारखंड में जगह-जगह नृत्य उत्सव होता है

महिलाएं लाल पाढ़ साड़ी पहनती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि सफेद पवित्रता और शालीनता का प्रतीक है.

हाड़तोड़ मेहनत के बाद रात में पूरा गांव अखड़ा में साथ-साथ नाचता-गाता है

सरहुल में प्रचलित है- नाची से बांची। यानी जो नाचेगा वही बचेगा

VIEW ALL

Read Next Story