सावन हिंदू धर्म का सबसे पवित्र महीना माना जाता है. पंचांग अनुसार इस साल सावन शिवरात्रि 2 अगस्त को है.
कब है कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि
अगर हिंदू पंचांग की बात करें तो सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 2 अगस्त को दोपहर 3:26 मिनट से शुरू हो जाएगी.
पूजा का समय
आचार्य मदन मोहन के अनुसार रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय शाम 2 अगस्त- 7:11 बजे से 09:49 बजे तक. साथ ही रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय रात 2 अगस्त- 9:49 बजे से 12:27 बजे तक. रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय 3 अगस्त- 12:27 से 03:06 बजे तक. रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय 3 अगस्त- 3:06 से 05:44 बजे तक है.
हरिद्वार से गंगाजल
हरिद्वार से गंगाजल भरकर कांवड़िये अपने स्थानीय शिव मंदिरों में जल चढ़ाने के लिए निकलते हैं.
शिवालयों में जल चढ़ाना
पूरे सावन महीने में विभिन्न शिवालयों में जल चढ़ाया जाता है.
विशेष पूजा-अर्चना
कांवड़ यात्रा के दौरान शिवलिंग पर जल चढ़ाने के साथ विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है.
धार्मिक अनुशासन
कांवड़िये धार्मिक अनुशासन का पालन करते हुए जल चढ़ाने की यात्रा पूरी करते हैं.
धर्म और आस्था
कांवड़ यात्रा भक्तों की धर्म और आस्था का प्रतीक है, जिसमें वे भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं.