शिव शक्ति रेखा में 5 ऐसे मंदिर हैं जिन्हें पंच भूत कहा गया है, जो सृष्टि के 5 तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
K Raj Mishra
May 24, 2023
शिव शक्ति रेखा
शिव शक्ति रेखा उत्तर को दक्षिण से जोड़ती है. इसके एक छोर पर केदारनाथ और दूसरी छोर पर रामेश्वरम हैं.
शिव मंदिर
ये सभी मंदिर एक ही कतार में हैं लेकिन सभी मंदिरों की स्थापना अलग-अलग काल में हुई है.
केदारनाथ
केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड में स्थित है. कहते हैं इस शिवलिंग की स्थापना पांड्वों ने की थी.
कालेश्वरम्
कालेश्वरम् मंदिर में 2 शिवलिंग हैं जिन्हें शिव और यम का प्रतीक माना गया है. ये शिवालय तेलंगाना के करीमनगर में स्थित है.
श्रीकालाहस्ती
श्रीकालाहस्ती मंदिर आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में है. इस मंदिर को वायु तत्व का प्रतीक माना जाता है.
एकम्बरेश्वर
एकम्बरेश्वर पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करता है. ये शिवालय तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है.
अरुणाचलेश्वर
अरुणाचलेश्वर मन्दिर तमिलनाडु के तिरुवन्नामलई नगर में है. यह अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है.
श्रीथिल्लई नटराज
श्रीथिल्लई नटराज मंदिर तमिलनाडु के चिदम्बरम में स्थित है. यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा मंदिर है. इसे चिदम्बरम मंदिर भी कहते हैं. यह आकाश तत्व का प्रतीक है.
रामेश्वरम
रामेश्वरम भी तमिलनाडु के रामनाथपुरम में स्थित है. इस शिवलिंग की स्थापना भगवान श्रीराम ने और मंदिर की स्थापना पांडवों ने की थी.