शिवलिंग परिक्रमा

शिव पुराण समेत कई शास्त्रों में शिवलिंग की आधी परिक्रमा करने का उल्लेख किया गया है.

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jul 06, 2023

शिव और शक्ति

शिवलिंग को शिव और शक्ति दोनों की सम्मिलित ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है.

शिवलिंग

इसी वजह से शिवलिंग पर लगातार जल चढ़ाया जाता है, ताकि वह ठंडा रहे.

जलाधारी

यह जल जिस मार्ग से निकलता है, उसे निर्मली या जलाधारी कहा जाता है.

पवित्र जल

जलाधारी से निकलने वाले जल को अत्यंत पवित्र माना जाता है.

शिवलिंग की परिक्रमा

शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग की परिक्रमा हमेशा बाईं तरफ से की जाती है.

परिक्रमा

जलाधारी तक जाकर वापस लौट कर दूसरी ओर से परिक्रमा करनी चाहिए.

आधी परिक्रमा

इस परिक्रमा को शिवलिंग की आधी परिक्रमा भी कहा जाता है.

शिवलिंग परिक्रमा का नियम

शिवलिंग परिक्रमा कभी भी दाईं तरफ से शुरू नहीं करनी चाहिए.

जलाधारी लांघना

मान्यता है कि शिवलिंग की जलाधारी को लांघने से घोर पाप लगता है.

पूर्ण परिक्रमा

शिवलिंग की पूर्ण परिक्रमा से शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह का कष्ट उत्पन्न होता है.

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