इस दिशा में पैर करके सोने से होगा मंगल दोष, जीवन में आ जाएगी दरिद्री!
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Oct 02, 2024
पैर
आपने घर के बड़े बुजुर्गों के मुंह से कई बार सुना होगा की कभी भी घर के दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए.
वजह
आखिर वो ऐसा क्यों बोलते हैं, क्या है इसके पीछे की वजह? चलिए हम आपको इसके बारे में बता देते हैं.
दक्षिण दिशा
बता दें, ऐसा कहना और मानना न सिर्फ हमारे बड़े-बुजुर्गों का हैं. बल्कि साइंस भी कहता है कि हमें पैर को दक्षिण दिशा में करके कभी नहीं सोना चाहिए.
ऊर्जा का संचार
कहा जाता है जब हम सो रहे होते हैं, उस समय हमारे शरीर में चुंबकीय विद्युत ऊर्जा का संचार होता रहता है.
नींद
शरीर में हो रही चुंबकीय विद्युत ऊर्जा के संचार के कारण ही हमें नींद आती है और हम अच्छे से सो पाते हैं.
नकारात्मक ऊर्जा
वहीं, शरीर में संचालित हो रही चुंबकीय विद्युत ऊर्जा हमारे शरीर के नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने में भी सक्रिय होता है.
चुंबकीय शक्ति
विज्ञान के मुताबिक उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में चुंबकीय शक्ति होती है. जो दक्षिणी ध्रुव से उत्तर दिशा की ओर आती है.
चुंबकीय ऊर्जा
ऐसे में अगर कोई व्यक्ति दक्षिण दिशा में पैर करके सोता है, तो उसके शरीर की चुंबकीय ऊर्जा उसके सिर की ओर जाती है.
सिर
कहा जाता है कि अगर चुंबकीय ऊर्जा पैर की ओर से सिर की तरफ जाती है, इससे व्यक्ति जब सुबह उठता है, तो उसे तनाव रहता है.
नींद
व्यक्ति कई घंटे सोने के बावजूद महसूस करता है कि उसकी नींद पूरी नहीं हुई है. सो कर उठने के बाद कई घंटों तक उसका सिर भारी रहता है.
विज्ञान
विज्ञान का कहना है कि जो लोग घर के दक्षिण दिशा में पैर करके सोते हैं, उन्हें उत्तरी ध्रुव की चुंबकीय शक्ति के वजह से कई तरह की शारीरिक समस्या को झेलना पड़ता हैं.
समस्या
जैसे- नींद पूरा न होना, चक्कर आना, सिर दर्द, तनाव और अन्य तरह की समस्या. इसलिए कभी भी दक्षिण दिशा में पैर करके नहीं सोना चाहिए.
यमराज
वहीं, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर का दक्षिण दिशा मृत्यु के देवता यमराज का दिशा होता हैं. इसलिए इस दिशा में पैर करके सोने से यमराज की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है.
मंगल दोष
दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से व्यक्ति को जीवन में मंगल दोष का सामना करना पडता है.
उत्तर या पश्चिम दिशा
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, व्यक्ति को हमेशा उत्तर या पश्चिम दिशा की तरफ ही पैर करके सोना चाहिए. ये शुभ माना जाता है.
सकारात्मक असर
उत्तर या पश्चिम दिशा की तरफ पैर करके सोने से पृथ्वी के चुंबकीय प्रवाह का सकारात्मक असर शरीर और मन पर पड़ता है.