Chanakya Niti: चाहते हैं संस्कारी संतान तो अभी छोड़ दें ये काम!
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 02, 2024
मनुष्य इच्छा
बहुत से लोगों की इच्छा होती हैं की उनका संतान संस्कारी, गुणी और ज्ञानी हो. वो जीवन में नाम और सफलता की कामयाबी को पाये, लोग उसका सम्मान करें.
ख्वाहिश
अगर आप भी यही ख्वाहिश रखते हैं तो ये जानकारी आपके लिए हैं.
चाणक्य नीति
भारत के विद्वान व्यक्तियों में से एक आचार्य चाणक्य के अपने जीवन काल में बहुत से नीतियों की रचना की थी.
नीति शास्त्र
नीति शास्त्र को भारत के वेद, पुराण और भारतीय संस्कृति के महान ग्रंथों में से एक माना गया है.
गलत कार्य
आचार्य चाणक्य का कहना है कि जो व्यक्ति गुणी और संस्कारी संतान की कामना करता है. उन्हें अपने द्वारा किए जाने वाले गलत कार्यों को अभी से त्याग देना चाहिए.
संतान जन्म
लोग समझते हैं की संतान के जन्म के बाद वो जिस माहौल और परिवेश में रहता है, वैसा ही आचरण, संस्कार और ज्ञान उसके अंदर आता है.
गलत सोच
अगर आप भी ऐसी ही सोच रखते हैं, तो आचार्य चाणक्य के अनुसार ये बिल्कुल गलत है.
अच्छे कर्म
आचार्य चाणक्य का कहना है कि जो लोग जीवन में अच्छे कर्म करते हुए अपना और अपने परिवार का जीवन यापन करते हैं, उनका संतान संस्कारी होगा.
संस्कारी संतान
आचार्य चाणक्य के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति ये सोचता है कि वो गलत कर्म को करते हुए, अपने संतान को संस्कारी बनाएं. तो ऐसा आम तौर पर संभव नहीं है.
गलत कृत
अगर कोई व्यक्ति गलत कृत करके धन को प्राप्त करता है और फिर उसी से अपनी संतान के साथ परिवार का भरण-पोषण करता है. तो उसके संतान में भी उसी प्रकार का गुण आ जाएगा.
कर्म
आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति जैसा संतान चाहता है, उसे उसी तरह के कर्म को करना चाहिए.
डिस्क्लेमर
यहां प्रस्तुत की गई जानकारी सामान्य है. Zee न्युज इसकी पुष्टि नहीं करता है.