यह प्रदूषित पानी 150 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर तक पहुंच चुका था. इस दूषित पानी को लगभग पचास लाख लोगों ने पानी पिया था, जिससे कई लोग बीमार हो गए थे.
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 03, 2024
कहां से होकर निकलती है
दामोदर नदी झारखंड के लोहरदगा, लातेहार, रांची, चतरा, रामगढ़, धनबाद जिलों और पश्चिम बंगाल के बांकुरा, पुरुलिया, हावड़ा और हुगली जिलों से होकर बहती है.
नदी कितने लोगों को प्रभावित करती है
इसका कैचमेंट क्षेत्र 23,370.98 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इस नदी के जल प्रदुषण से ढाई लाख लोग प्रभावित हो सकते हैं.
रास्ते में है कई कारखाने
दामोदर नदी के रास्ते में कई कोयला खदानें, स्टील प्लांट, सीमेंट और रासायनिक कारखाने हैं. इनमें निकलने वाला कचरा नदी को गंभीर रूप से प्रभावित करता है.
चार दिन बाद चला था पता
साल 1990 में बोकारो स्टील लिमिटेड के प्लांट से तेल का रिसाव हुआ, जिसका पता अधिकारियों को चार दिन बाद चला था.
फ्लाई ऐश
नदी में प्रदूषण का एक बड़ा कारण फ्लाई ऐश (उद्योगों से निकली राख) भी है.
अध्ययन में पाया गया कि
साल 2012 में एक अध्ययन में पाया गया कि इस नदी का पानी पीने लायक नहीं है और न ही इसमें नहाया जा सकता है.
पानी पीने नहीं है योग्य
अध्ययन के अनुसार इसमें नहाने या इसके पानी को पीने से चर्म रोग या आंत की बीमारियां हो सकती है.