शिखा

प्राचीन काल से ही पुरूषों के मुकाबले महिलाओं के बाल अधिक लंबे होते हैं.

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jul 07, 2023

चोटी बनाना

हर शुभ कार्य के दौरान महिलाओं के लिए चोटी बनाना आवश्यक माना जाता है.

धार्मिक कार्य

शास्त्रों के अनुसार, चोटी के बिना कोई भी धार्मिक कार्य पूर्ण नहीं हो सकता है.

ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक

प्राचीन काल से ही शिखा को ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक माना जाता है.

शिखाधारी पुरुष

यहा तक की कोई पुरुष शिखाधारी हो तो उसे लोग वेदपाठी और धर्म-कर्म से संबंधित व्यक्ति मानते हैं.

अनिवार्य परंपरा

सनातन धर्म में यह एक अनिवार्य परंपरा है, जिससे व्यक्ति की बुद्धि नियंत्रित होती है.

संवेदनशील मस्तिष्क

ऐसा माना जाता है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मस्तिष्क अधिक संवेदनशील होता है

नकारात्मक ऊर्जा रोधक

वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा से मस्तिष्क में प्रवेश न करें. इसलिए महिलाएं चोटी बनाती हैं.

वैज्ञानिक दृष्टिकोण

वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुसार, मस्तिष्क के दोनों भागों का संधि स्थान काफी संवेदनशील होता है, जिसे सुरक्षित रखने के लिए चोटी बनाई जाती है.

योग शास्त्र

योग शास्त्र के अनुसार, शिखा बंधन मस्तिष्क की ऊर्जा तरंगों की रक्षा कर आत्मशक्ति बढ़ाता है.

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