Hindu Dharma: आखिर महिलाओं को क्यों नहीं काटना चाहिए कद्दू?
Kajol Gupta
Jul 25, 2024
भावनाओं से भरा हिंदुस्तान
भारत एक ऐसा देश है. जहां अलग-अलग मान्यताओं, विचारों और संस्कृति के लोग रहते हैं.
ऐसा क्यों?
वहीं एक ऐसी मान्यता भी है कि कद्दू को केवल पुरुष ही काटते है, महिलाएं नहीं. क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों?
कद्दू के बनते कई स्वादिष्ट पकवान
कद्दू ऐसी सब्जी है जिससे कई स्वादिष्ट व्यंजन, अलग-अलग तरह के पकवान बनाए जाते है. कद्दू को कई नामों से भी जाना जाता है जैसे कुम्हड़ा, पेठा, मखना, काशीफल.
महिलाएं नहीं काटती कद्दू
दरअसल, कद्दू को महिलाएं भूलकर भी नहीं काटती हैं. घर में मौजूद कोई भी पुरुष कद्दू को बीच में से काटकर दो भाग में कर देता है. उसके बाद महिला उसे काटती हैं.
कद्दू का विशेष महत्व
कद्दू हिंदू धर्म में कद्दू का विशेष महत्व है. सनातन धर्म में सात्विक बलि के तौर पर कद्दू का प्रयोग किया जाता है. देवी की बलि देने में कद्दू की बलि दी जाती है.
पुरुष ही देते है बलि
वहीं हिंदू धर्म में बलि का अधिकार केवल पुरुष को है. महिलाएं कभी बलि नहीं देती है.
कद्दू को माना जाता है बड़ा बेटा
मान्यताओं के अनुसार, कद्दू को बड़े बेटा जैसा माना जाता है. इसलिए यदि महिलाएं कद्दू को काटती है तो यह बेटे की बलि देने जैसा होगा.
कद्दू
इसी वजह से घर की महिलाएं कभी भी पूरे कद्दू को नहीं काटती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, जानकारियों और धर्म और शास्त्रों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)