वेश्यावृति यानी जिस्मफरोशी राजा-महाराजाओं या यूं कहें सदियों से चली आ रही है.
अगर दिल्ली की बात हो तो इसका जीबी रोड इलाके की पहचान रेड लाइट एरिया के रूप में होती है.
जीबी रोड पर तकरीबन 100 से अधिक कोठे हैं, जहां सेक्स वर्कर्स काम करती है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिल्ली के इस बदनाम इलाके का यह नाम जीबी रोड कैसे पड़ा.
जीबी रोड का नाम ब्रिटिश अफसर गर्स्टिन बस्टियन के नाम पर रखा गया था.
ऐसा कहा जाता है कि दिल्ली में पांच कोठे हुआ करते थे. ब्रिटिशकाल में गर्स्टिन बस्टियन ने इन सभी कोठों की सेक्स वर्कर्स को एक जगह लाने का काम किया. जिस रोड पर ये कोठे बसाए गए उसे इसी अफसर के नाम GB Road कहा जाने लगा.
हालांकि वर्तमान में इस रोड का नाम श्रद्धानंद मार्ग है.
1965 में जीबी रोड का नाम बदलकर श्रद्धानंद मार्ग कर दिया था. हालांकि आज भी लोग इसे जीबी रोड कहकर ही पुकारते हैं.