जानें हर साल क्यों बदला जा रहा है दीवाली का जश्न?

Deepak Yadav
Oct 26, 2024

दीवाली का महत्व

दीपावली भारत में एक प्रमुख त्योहार है. यह हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है. यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत, ज्ञान की अंधकार पर विजय, और समृद्धि का प्रतीक है.

लेकिन आज के समय में दीवाली का जश्न बदलता जा रहा है, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है.

बदलती परंपराएं

समय के साथ दीवाली की परंपराएं भी बदल रही हैं. पहले जहां लोग एक-दूसरे के घर जाकर मिठाइयां बांटते थे, अब डिजिटल माध्यमों का उपयोग बढ़ गया है. लोग अब ई-कार्ड और ऑनलाइन मिठाई ऑर्डर कर रहे हैं. यह बदलाव न केवल सुविधाजनक है, बल्कि समय की बचत भी करता है.

पर्यावरण का ध्यान

आजकल पर्यावरण का ध्यान रखना भी दीवाली के जश्न का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है. पटाखों के प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता बढ़ रही है.

वहीं कई लोग अब बिना पटाखों के दीवाली मनाने का विकल्प चुन रहे हैं. इसके बजाय, वे दीयों और मोमबत्तियों से अपने घरों को सजाते हैं, जो एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है.

सामाजिक जिम्मेदारी

2024 में, दीवाली केवल व्यक्तिगत जश्न नहीं रह गई है, बल्कि यह सामाजिक जिम्मेदारी का भी प्रतीक बन गई है.

लोग अब जरूरतमंदों की मदद करने के लिए दान और चैरिटी में भाग ले रहे हैं. इस तरह दीवाली का जश्न एक नई दिशा में बढ़ रहा है, जहां लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियां बांटते हैं.

डिजिटल दीवाली

टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव के साथ, दीवाली का जश्न भी डिजिटल हो रहा है. लोग अब वर्चुअल मीटिंग्स और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपने दोस्तों और परिवार के साथ जश्न मनाते हैं. इसके माध्यम से वे अपने प्रियजनों के साथ जुड़े रहते हैं, भले ही वे दूर हों.

निष्कर्ष

इस प्रकार 2024 में दीवाली का जश्न एक नई पहचान ले रहा है. यह न केवल परंपराओं का पालन कर रहा है, बल्कि नए बदलावों को भी अपनाने के लिए तैयार है.

दीवाली का यह नया स्वरूप हमें एक बेहतर और समृद्ध समाज की ओर ले जाने की दिशा में एक कदम है.

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