मराठा पेशवा बाजीराव ने मस्तानी से दूसरी शादी की थी. मस्तानी बाजीराव से इतनी मोहब्बत करती थीं कि उनकी मौत के बाद वो चिता के साथ सती हो गईं.
पृथ्वीराज-संयुक्ता
पृथ्वीराज चौहान को अपने दुश्मन कन्नौज के राजा जयचंद की बेटी संयुक्ता से प्यार हो गया था. जब राजा जयचंद ने संयुक्ता का स्वंयवर रचाया तो पृथ्वीराज को नीचा दिखाने के लिए उनका पुतला बनवाया और संयुक्ता ने उसी पुतले को वरमाला पहना दी. पृथ्वीराज चौहान उसी पुतले में छिपे हुए थे, जिसके बाद वो संयुक्ता को लेकर वहां से भाग गए.
बाजबहादुर-रूपमति
मालवा के सुल्तान बाज बहादुर ने शिकार करने के दौरान रूपमति को देखा और राजा को उनसे प्यारा हो गया. राजा बाज बहादुर ने किसी की परवाह किए बिना रूपमति को अपनी बेगम बना लिया.
शाहजहां-मुमताज
मुगल बादशाह शाहजहां की कई बेगम थीं, लेकिन वो मुमताज से इतना प्यार करते थे कि उनकी मौत के बाद ताजमहल बनवा दिया. ताजमहल आज भी मोहब्बत की निशानी के रूप में लोगों के बीच मौजूद है.
बिम्बिसार-आम्रपाली
मगध के राजा बिम्बिसार युद्ध के दौरान घायल हो गए थे, तब वो वेश बदलकर वैशाली पहुंचे. वहीं आम्रपाली नाम की नर्तकी ने उनकी सेवा की, जिससे वो मोहित हो गए. बाद में राजा बिम्बिसार ने आम्रपाली से विवाह कर लिया.
सलीम-अनारकली
सलीम-अनारकली की मोहब्बत इतिहास की सबसे दर्दनाक प्रेम कहानियों में से एक है. अकबर ने सलीम और अनारकली को अलग करने के लिए अनारकली को दीवार में चुनवा दिया था.
चंद्रगुप्त-हेलेना
मगध के राजा चंद्रगुप्त को हेलेना से प्यारा हो गया था, उन्हें पाने के लिए चंद्रगुप्त ने हेलेना के पिता सेल्युकस से यु्द्ध किया और उन्हें हराने के बाद हेलेना से विवाह कर लिया.
लैला-मजनू
मजनू ने लैला को पहली बार मदरसे में देखा था और दोनों को प्यार हो गया. बाद में लैला के परिवारवालों ने दोनों को अलग करने की कोशिश की. इस प्रेम कहानी का अंत भी मौत से हुआ.
हीर-रांझा
हीर एक अमीर परिवार की लड़की थी, जिसे रांझा से प्यार हो गया, लेकिन हीर के परिवार ने दोनों को अलग करने के लिए उसकी शादी कहीं और करा दी. बाद में रांझा फकीर बनकर हीर के गांव पहुंचा, लेकिन दोनों को मिलने से रोकने के लिए हीर के घरवालों ने उसे जहर दे दिया. बाद में रांझा ने भी जहर खाकर अपनी जान दे दी.