जानें हरम को क्यों कहा जाता था मुगलों की 'अय्याशी का अड्डा'

Divya Agnihotri
Jun 01, 2024

हरम

मुगल शासनकाल में हरम वो जगह होती थी, जहां मुगल बादशाह से जुड़ी सभी औरतें रहती थीं. इसमें उनकी बेगम भी शामिल होती थीं.

बाबर

अकबरनामा में अबु फजल ने लिखा कि हरम बनाने की शुरुआत बादशाह बाबर ने की थी.

अकबर

सही मायने में हरम की शुरुआत अकबर ने की थी, उनके हरम में लगभग 5 हजार महिलाएं थीं.

जहांगीर

जहांगीर के शासन में भी हरम बनाने की प्रकिया थी, लेकिन औरंगजेब के शासनकाल में आते-आते वो खत्म हो गई.

बादशाह

हरम में मुगल बादशाह अपनी खास बेगमों के साथ समय बिताने के लिए जाया करते थे.

महिलाएं

हरम में बादशाह की बेगमें, दासियां राजनीतिक समझौते और युद्ध में जीती गई महिलाएं रहती थीं.

पुरुष

हरम में बादशाह के अलावा किसी और पुरुष को एंट्री नहीं दी जाती थी.

किन्नर

हरम में महिलाओं की सुरक्षा के लिए किन्नरों को रखा जाता था, जिससे कोई महिलाओं पर सवाल नहीं उठा सके.

दुनिया

हरम में रहने वाली महिलाओं का बाहरी दुनिया से कोई वास्ता नहीं होता था, उनका जीवन केवल हरम की चारदीवारों तक ही सीमित होता था.

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