संसद भवन के भारी ट्रैफिक देखने को मिलता है. सुबह और शाम को ज्यादा जाम की स्थिति बन जाती है.
Renu Akarniya
Apr 17, 2024
मगर क्या आप जानते हैं कि किसी समय में संसद भवन के सामने से ट्रेन गुजरती थी. इसका संचालन कई वर्षों तक हुआ.
मगर बाद में इस ट्रेन को बंद कर दिया गया और कनॉट प्लेट के पास आज भी यह ट्रैक बिछा हुआ है.
रायसीना हिल्स में संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और नार्थ व साउथ ब्लॉक के निर्माण में लाल और बलुआ पत्थरों का इस्तेमाल हुआ था. ये पत्थर राजस्थान से लाए गए थे.
संसद का निर्माण 1921 में शुरू हुआ था. उस समय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन नहीं था. पुरानी दिल्ली से पत्थरों को रायसीना हिल्स लाने में काफी समय लग रहा था.
पत्थरों को जल्दी रायसीना हिल पहुंचाने के लिए तत्कालीन अधिकारियों ने सदर बाजार (पुरानी दिल्ली) से राससीना हिल्स तक रेलवे ट्रैक बिछाया.
बता दें कि यह ट्रैक मौजूदा समय में नई दिल्ली स्टेशन रहा, जिसे कनॉट प्लेस से होते हुए संसद भवन तक बनाया.
संसद भवन (पुराने) के बनने के बाद ट्रैक को हटाया गया.
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क कार्यालय के ठीक बगल में यह रेलवे ट्रैक देखा जा सकता है.