जिंदगी की उलझनों से परेशान होने के बाद लोग मोटिवेट होने के लिए कई तरह की चीजें करते हैं. ऐसे लोगों को हम बताने जा रहे हैं आचार्य चाणक्य के कुछ अनमोल विचारों के बारे में.
शरीर खोना
धन, मित्र, पत्नी और राज्य तो वापस मिल सकता है, लेकिन यह शरीर खो जाने पर फिर कभी प्राप्त नहीं हो सकता.
आध्यात्मिक सीख
जिस आध्यात्मिक सीख का आचरण नहीं किया जाता है वो जहर के सामान है.
दुष्टता
सांप के दांत में, मक्खी के मुंह में और बिच्छू के डंक में ज़हर होता है; परन्तु दुष्ट उस से तृप्त होता है.
व्यक्ति की अच्छाई
फूलों की सुगंध हवा की दिशा में ही फैलती है, लेकिन, एक व्यक्ति की अच्छाई हर दिशा में फैलती है.
कमजोरी की भनक
चाणक्य के अनुसार पत्नी को अपनी कमजोरी की भनक न होने दें. ऐसा करने पर परेशान होगी.
पति- पत्नि
चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक होते हैं लेकिन ये बातें राज ही रहें तो अच्छा है.
इनसे दूर रहें
जिस व्यक्ति के पास दया और धर्म नहीं है उससे दूर रहना ही ठीक है.
दुष्ट नष्ट कर देता है परिवार
जिस तरह एक सूखा पेड़ आग लगने पर पूरे जंगल को जला देता है, उसी तरह एक दुष्ट पुत्र पूरे परिवार को नष्ट कर देता है.