अगर आप लिखने का शौक रखते हैं तो आपको किताबें भी पड़नी चाहिए. कभी- कभी लोग कन्फ्यूज रहते हैं कि क्या पढ़ें, ऐसे लोगों को हम बताने जा रहे हैं ऐसी किताबों के बारे में जो उनके अंदर जान डाल देंगी.
प्रेमचंद का लिखा गोदान उपन्यास आपको पढ़ना चाहिए. हिंदी भाषा में तो ये 1936 में ही प्रकाशित हो गया था, लेकिन अंग्रेजी में इसका अनुवाद 1987 में हुआ, ये स उपन्यास में उस समय के भारतीय समाज और परिवार की दशाओं को नपे-तुले शब्दों में लिखा गया है.
मोहन राकेश का लिखा इस नाटक को समाज की परिस्थितियों व वर्तमान हालातों से जोड़कर देखा जा सकता है. इसे पढ़ने के बाद आपको प्रेम की जानकारी मिल सकती है.
ये किताब गांधी जी की आत्मकथा है, अगर आप जीवन में कुछ बड़ा करना चाहते हैं, या फिर अच्छे रास्तों पर चलना चाहते हैं तो इसे जरूर पढ़ें.
ये भीष्म साहनी की किताब है. इसमें विभाजन के दौरान हो रही घटनाओं को केंद्र में रखकर अराजकता को जुबान दी गई है. इसे आपको जरूर पढ़नी चाहिए.
गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती के द्वारा लिखा गया है. इस उपन्यास को आज भी खूब पढ़ा जाता है. ये प्रेम पर आधारित है, इसे आप पढ़ सकते हैं.
श्रीलाल शुक्ला की रागदरबारी किताब को भी आपको पढ़ना चाहिए. इस किताब में गांव में लगातार घट रही घटनाओं से कुव्यवस्था की बखियां उधेड़ी गई हैं.
अगर आप पढ़ने लिखने के शौकीन हैं तो आज ही इसे मंगा लें, इन किताबों को पढ़कर आप सही दिशा में भी जा सकते हैं.
इसके अलावा अगर आप इन किताबों को पढ़ते हैं तो आपके अदर की लेखन शैली भी बढ़ेगी.