देश भर में प्रसिद्ध है MP का कालमाधव मंदिर, यहां गिरा था मां सती का बायां कूल्हा
Mar 22, 2024
Kalmadhav Temple
चैत्र नवरात्रि में देश भर के देवी मंदिरों में भक्तों का तांता लगता है. एमपी में भी कई प्रसिद्ध देवी मंदिर है. इसमें से प्रदेश के अमरकंटक में स्थित कालमाधव मंदिर काफी फेमस है. यहां पर नवरात्रि में भक्तों का तांता लगता है. मंदिर का इतिहास क्या है, इसकी पौराणिक मान्यता क्या है जानते हैं.
Kalmadhav Temple
एमपी के अमरकंटक में 51 शक्तिपीठों में से एक शोण शक्तिपीठ या कालमाधव शक्तिपीठ है. यह मंदिर सफ़ेद पत्थरों का बना है.
Kalmadhav Temple
इस मंदिर के चारों ओर तालाब है. नवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर में काफी संख्या में भक्त आते पूजा- अर्चना करने जाते हैं.
Kalmadhav Temple
ये मंदिर 51 शक्तिपीठों में शामिल है. मान्यता है कि यहां पर देवी सती का बायां कूल्हा गिरा था.
Kalmadhav Temple
इसके अलावा कुछ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पता चलता है कि यहां पर सती का कंठ गिरा था. जिसके बाद ये स्थान अमरकंठ और उसके बाद अमरकंटक कहलाया.
Kalmadhav Temple
यहां पर देवी सती कालमाधव और शिव असितानंद नाम से विराजित हैं. मान्यता है कि इस शक्तिपीठ पर शक्ति को ‘काली’ तथा भैरव को ‘असितांग’ कहा जाता है.
Kalmadhav Temple
माता के दर्शन से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. यही वजह है कि दूर-दूर से लोग माता के इस पावन दरबार में आकर साधना-आराधना करते हैं
Kalmadhav Temple
अमरकंटक मैकल पर्वत पर स्थित है. यह मैकल पर्वत विंध्य पर्वत श्रृंखला और सतपुड़ा पर्व श्रृंखला संधि पर्वत है
Kalmadhav Temple
अमरकंटक प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित है, अमरकंटक में ही कालमाधव शक्तिपीठ है, जहां पर देवी भक्त मत्था टेकने के लिए आते हैं.