मध्य प्रदेश की इस जगह को मिला 'साड़ियों की रानी' का खिताब

Sep 29, 2024

चंदेरी के प्राणपुर ग्राम को देश के टॉप 5 शिल्प कला के ग्रामों में चुना गया है.

" चंदेरी की साड़ी" का "साड़ियों की रानी" होने का खिताब बरकरार है.

टॉप-5 शिल्प कला ग्रामों में मध्यप्रदेश के अशोकनगर के चंदेरी कस्बे के "प्राणपुर" ग्राम को सर्वश्रेष्ठ शिल्प कला ग्राम चयनित.

देश के 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मध्यप्रदेश के चंदेरी में बनने वाली साड़ी साड़ियों की रानी.

चंदेरी कस्बे के प्राणपुर ग्राम को देश के सर्वश्रेष्ठ पांच शिल्प कला के ग्रामों में "सिरमौर" होने का तमगा केंद्र सरकार ने दिया है.

नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला ने बधाई और शुभकामना दी हैं.

चंदेरी साड़ी की परम्परा 13वीं शताब्दी में 1350 के आसपास कोली बुनकरों द्वारा शुरू हुई थी.

सत्रहवीं सदी में बड़ौदा, नागपुर और ग्वालियर जिले में बसने वाले बुनकर राजघरानों की स्त्रियों के लिए चंदेरी साड़ियां बुना करते थे.

प्राचीनकाल में कपास के अत्यंत बारीक धागों से चंदेरी साड़ियों की बुनाई की जाती थी.

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