मध्य प्रदेश की इस नदी में नहीं किया जाता धर्म स्नान, जानिए क्यों?
सनातन धर्म में नदियों में स्नान करना शुभ माना जाता है.
हालांकि, कुछ नदियां ऐसी भी हैं जिनमें स्नान नहीं किया जाता है.
मध्य प्रदेश की चंबल नदी में धर्म स्नान वर्जित हैं, आइये जाने कारण
प्रचलित कहानी के मुताबिक, यह एक अपवित्र नदी है.
राजा रतिदेव ने हजारों जानवरों को मार डाला था और खून को इस नदी में बहने दिया था.
रतिदेव द्वारा की गई इस घटना के बाद से इस नदी को अपवित्र नदी मान लिया गया.
चंबल इंदौर के पास महू से निकलती है. इसका पुराना नाम चर्मण्वती है.
इसकी सहायक नदियां शिप्रा, सिंध, कुनू हैं. जबकि, ये खुद यमुना की सहायक नदी है.
ये मध्य प्रदेश के धार, उज्जैन, रतलाम, मंदौर, भिंड, मुरैना के साथ राजस्थान और उत्तर प्रदेश में बहती है.