उज्जैन का रहने वाला दुर्लभ कश्यप बचपन से ही अपराध की दुनिया पर राज करना चाहता था.
दुर्लभ ने महज 16 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था.
जैसे-जैसे उसकी उम्र बढ़ती गई उसके अपराध बढ़ते गए और धीरे-धीरे उसने शहर में अपना नाम बना लिया.
वह अपराध की दुनियां में इतना फेमस हो गया कि उसने 100 से ज्यादा लड़कों के साथ अपनी गैंग बना ली.
नाबालिग होते हुए उसने मारपीट, हत्या, छिना-झपटी जैसी वारदातों को अंजाम दिया और लोगों के बीच अपना खौफ पैदा किया.
दुर्लभ के माथे पर तिलक, आंखों में काजल और कंधे पर गमछा उसकी पहचान बन गए थे.
वह सोशल मीडिया के जरिए लोगों को धमकियां देता था. इसके साथ ही रंगदारी और सुपारी लेने लगा.
7 सितंबर 2020 को 20 साल की उम्र में एक गैंगवार के दौरान दुर्लभ कश्यप की एक हत्या हो गई थी.