इन मंत्र, विधी और भोग से नवरात्रि के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा

Shyamdatt Chaturvedi
Oct 16, 2023

शारदीय नवरात्रि

शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक चलेगी. जिसमें 9 दिनों तक माते के 9 रूपों की पूजा की जाएगी.

नवरात्रि का तीसरा दिन

17 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि के तीसरा दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी. आइये जानें मां के मंत्र और भोग

क्यों पड़ा नाम

माता के इस रूप में मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचंद्र है. इस वजह से मां का नाम चंद्रघंटा पड़ा है.

माता का रूप

माता चंद्रघंटा की सवारी शेर है. इनके दस हाथों में कमल और कमडंल के साथ माथे पर अर्धचंद्र होता है.

बीज मंत्र

ऐं श्रीं शक्तयै नम:

प्रार्थना मंत्र

पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता, प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता

स्तुति मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु मां चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

भोग

मां चंद्रघंटा को केसर और दूध की खीर के साथ मिठाई पसंद है. माता को माता को पंचामृत, चीनी व मिश्री का भी भोग लगया जाता है.

माता का प्रताप

मां चंद्रघंटा की पूजा से मन को शांति के साथ परम शक्ति का अनुभव होता है. माता का प्रताप भक्त को कामयाब बनाता है.

VIEW ALL

Read Next Story