शक्तिपीठ

मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर माता सती के दांत गिरे थे, इसलिए यहां शक्तिपीठ की स्थापना की गई है. मंदिर का गर्भगृह 800 साल से भी ज्यादा पुराना है.

Ranjana Kahar
Jul 17, 2024

पारंपरिक उत्सव

दंतेश्वरी माता मंदिर में समय-समय पर कई पारंपरिक उत्सव आयोजित किए जाते हैं, विशेष रूप से शारदीय नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि और फाल्गुन मेले के दौरान.

चांदी

देवी के बाएं हाथ में घंटा, कमल और राक्षसों के बाल हैं तथा दाएं हाथ में शंख, तलवार और त्रिशूल है. देवी की मूर्ति के ऊपर चांदी का छत्र है.

6 भुजाओं वाली मूर्ति

दंतेश्वरी माता के मंदिर में ग्रेनाइट पत्थर से बनी माता की काले रंग की छह भुजाओं वाली प्रतिमा स्थापित है.

माता सती का दांत

ऐसा माना जाता है कि माता सती का दांत यहीं गिरा था. इसी कारण मंदिर का नाम दंतेश्वरी और शहर का नाम दंतेवाड़ा पड़ा.

राजधानी रायपुर 350 किमी

दंतेवाड़ा जिला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 350 किलोमीटर और जगदलपुर से 80 किलोमीटर दूर है जहां दंतेश्वरी माता का ऐतिहासिक मंदिर है.

मां दंतेश्वरी शक्तिपीठ

इन्हीं में से एक है माँ दंतेश्वरी शक्तिपीठ जो माँ दुर्गा को समर्पित 52 शक्तिपीठों में से एक है. यह मंदिर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में स्थित है.

संस्कृति

छत्तीसगढ़ हमेशा से अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता रहा है. राज्य में कई प्राचीन मंदिर हैं, जहां लाखों श्रद्धालु आते हैं.

यहां गिरा था माता सती का दांत, जानें इस शक्तिपीठ के बारे में रहस्यमयी बातें

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