महाभारत से जुड़ी हुई कई कहानियां प्रसिद्ध है. ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे हैं मृत्यु शैय्या पर लेटे हुए भीष्म पितामह से अर्जन को क्या उपदेश दिया था.
व्यक्ति को कभी भी लालसा में आकर अपनी मर्यादा का त्याग नहीं करना चाहिए.
सत्ता का उपयोग कभी भी उपभोग के लिए नहीं करना चाहिए, बल्कि कठिन परीक्षण करके समाज का कल्याण करना चाहिए.
एक शासक के लिए अपना पुत्र और प्रजा एक समान होनी चाहिए.
तुम जीत जाओ तब भी न घमंड में आना और न ही सुख की लालसा रखना.
ऐसा बात कभी मत करना जिससे दूसरों को कष्ट हो.
दूसरों का अपमान करना, अहंकार और दम्भ में रहना ही मनुष्य के सबसे बड़े शत्रु हैं.
जो पुरुष भविष्य पर अधिकार रखता है, और समयानुकूल तत्काल विचार कर सकता है, वह दूसरों की कठपुतली नहीं बनता.
भीष्म पितामह ने अर्जुन से कहा कि अपने कर्तव्य और धर्म को हमेशा सर्वोपरि रखना.