अर्जुन को कैसे मिली थी उलूपी?

Abhinaw Tripathi
Jun 22, 2024

Mahabharata Story

महाभारत से जुड़ी कई कहानियां प्रसिद्ध हैं, ऐसे में हैं आपको बताने जा रहे हैं कि अर्जुन को उलूपी कैसे मिली थी.

द्रौपदी

द्रौपदी पांचों पांडवों की पत्नी थी, हालांकि उनके अलावा भी अर्जुन की पत्नियां थीं.

पांडवों के साथ

धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक कहा जाता है कि द्रौपदी एक - एक साल एक- एक पांडवों के साथ रहती थीं.

दूसरा पांडव

इन एक सालों में कोई दूसरा पांडव उस कक्ष में नहीं जा सकता था.

युधिष्ठिर का कक्ष

ऐसे ही एक बार की बात है कि अर्जुन का समय पूरा होने पे द्रौपदी युधिष्ठिर के कक्ष में चली गई.

अर्जुन को दंड

इस दौरान धनुष लेने के लिए भूल वश अर्जुन युधिष्ठिर के कक्ष में चले गए, जिसकी वजह से उन्हें दंड मिला.

राज्य से बाहर

इसके फलस्वरूप अर्जुन को एक साल के लिए राज्य से बाहर भेज दिया गया था.

उलूपी का मिलन

इसी दौरान अर्जुन और उलूपी का मिलन हुआ, फिर अर्जुन से उलूपी ने विवाह किया और वापस एक साल बाद राज्य में लौट आए.

चौथी पत्नी

उलूपी अर्जुन की चौथी पत्नी थी, साथ ही साथ जलपरी नागकन्या थी. अर्जुन और उलूपी ने इरावन नाम के पुत्र को जन्म दिया था.

यहां पर धार्मिक ग्रंथों के आधार पर दी गई है. इससे अधिक जानकारी के लिए आप धार्मिक ग्रंथों का सहारा ले सकते हैं.

VIEW ALL

Read Next Story