खाने-पीने की चीजों से हमारे खून में मिल रहा प्लास्टिक, मौत का भी खतरा
Shyamdatt Chaturvedi
Aug 26, 2023
माइक्रोप्लास्टिक क्या है?
माइक्रोप्लास्टिक 5mm या उससे छोटे प्लास्टिक के टिकड़े हैं, जिन्हें आंखों से नहीं देखा जा सकता. ये हमारे खाने-पीने की चीजों से शरीर में पहुंच जाते हैं.
खून में कैसे होती है एंट्री
प्लास्टिक के बेहद छोटे कण खाने-पीने की चीजों और सांस के जरिए भी लिवर और लंग्स तक पहुंचते हैं, जहां से ये खून में मिल जाते हैं. फिर शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं.
माइक्रोप्लास्टिक बेहद खतरनाक
खून में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक से दिमाग में सूजन, जलन के साथ ब्लड ब्रेन बैरियर को तोड़ कर दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है. इससे ब्रेन सेल्स के मरने का खतरा होता है.
मौत का खतरा
शरीर में ज्यादा मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक कंज्यूम हो जाने से एलर्जी, थाइराइड, कैंसर से लेकर मौत तक का खतरा होता है. ये किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
किन-किन चीजों से आ रहा माइक्रोप्लास्टिक
खाने पीने की अलग-अलग चीजों से अलग-अलग मात्रा में माइक्रोप्लास्टिक शरीर में एंट्री कर रहा है. आइये इनके बारे में जानें
प्लास्टिक बोतल या पैकेट
सबसे ज्यादा माइक्रोप्लास्टिक शरीर में प्लास्टिक बोतल या पैकेट के जरिए शरीर में पहुंच रहा है. इसमें प्रति लीटर ये करीब 94 कड़ होते हैं.
बीयर
प्लास्टिक बोतल या पैकेट के बाद सबसे ज्यादा माइक्रोप्लास्टिक बीयर से पहुंच रहा है. इसमें प्रति बॉटल 32 कड़ होते हैं.
ये अन्य चीजें
इसके बाद हवा से 9 कड़, नल के पानी से 4 कड़ और चीनी से 0.44 कड़ शरी में पहुंचते हैं.
ध्यान दें...!
शरीर में पहुंचने वाला ज्यादातर प्लास्टिक पाचन में बाहर आ जाता है. लेकिन, कुछ कड़ अंदर रह जाते हैं जो नुकसान पहुंचाते हैं.