क्या है रावण के जन्म का रहस्य, ब्राह्मण पुत्र कैसे बना राक्षस
Zee News Desk
May 11, 2024
रावण के माता-पिता
वाल्मीकि रामायण के अनुसार रावण महर्षि विश्रवा और राक्षसी कैकसी का पुत्र था.
3 क्रूर दैत्य
पौराणिक कथाओं के अनुसार, माली, सुमाली और माल्यवान नाम के 3 क्रूर राक्षस भाई हुआ करते थे.
वरदान पाकर किया अत्याचार
ब्रह्म देव से बलशाली होने का वरदान पाकर इन राक्षसों ने चारों तरफ अत्याचार मचा रखा था.
भगवान विष्णु
इनके अत्याचार से परेशान ऋषि-मुनि और देवतागण भगवान विष्णु के पास गए.
भगवान विष्णु ने किया राक्षसों का विनाश
भगवान विष्णु ने दुष्ट राक्षसों का विनाश करने के लिए उनसे युद्ध किया.
सुमाली और माल्यवान छिप गए
भगवान विष्णु ने माली का अंत कर दिया लेकिन सुमाली और माल्यवान अपने परिवार सहित पाताल में छुप गए.
राक्षस वंश का कल्याण
राक्षस वंश के कल्याण हेतु सुमाली ने अपनी पुत्री कैकसी को परमपराक्रमी महर्षि विश्रवा से विवाह कर एक शक्तिशाली पुत्र प्राप्त करने को कहा.
कैकसी शाम में ऋषि से मिली
कैकसी जब ऋषि विश्रवा से मिलने पहुंची तब शाम हो चुकी थी, कैकसी ने ऋषि को मन की इच्छा बतलाई.
इसलिए रावण ब्राह्मण होते हुए भी राक्षस बना
ऋषि विश्रवा विवाह के लिए मान गए लेकिन उन्होंने कहा कैकसी तुम शाम में आई हो, मेरा पुत्र क्रूर कर्म करने वाले होंगे लेकिन मेरा तीसरा पुत्र मेरी ही तरह धर्मात्मा होगा.
धर्मात्मा पुत्र
ऋषि विश्रवा और कैकसी ने रावण, कुंभकर्ण, पुत्री सूपर्णखा का जन्म हुआ और तीसरे पुत्र के रूप में धर्मात्मा विभीषण का जन्म हुआ.
डिस्क्लेमर
ये जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. zee news यहां दिए गए तथ्यों की पुष्टि नहीं करता है.