दिलचस्प है आदिवासियों की गुड़ तोड़ परंपरा, इसलिए इसे मनाते हैं लोग
Abhinaw Tripathi
Apr 04, 2024
Gud Tod Parampara
देश भर में होली से पहले और होली खत्म होने के बाद कई तरह की परंपराएं मनाई जाती है. ऐसे ही होली की सप्तमी के दिन मध्य प्रदेश के आदिवासी गुड़तोड़ परंपरा को बहुत दिलचस्पी के साथ मनाते हैं. जानिए क्या है ये परंपरा.
Gud Tod Parampara
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में आदिवासी भिलाला समाज द्वारा गुड़ तोड़ परंपरा का आयोजन किया गया. जिसे देखने के लिए काफी लोग इकट्ठे हुए.
Gud Tod Parampara
इस परंपरा के तहत एक खंभे पर सात पर गुड़ की पोटली को बांधा जाता है.
Gud Tod Parampara
इस पोटली को आदिवासी युवकों के द्वारा सात बार खंभे से उतारा जाता है.
Gud Tod Parampara
पोटली उतारते समय ये इन युवकों को महिलाओं के मार से बचना होता है.
Gud Tod Parampara
यह परंपरा करीब 150 सालों से चली आ रही है. इस परंपरा को मनाने का उद्देश्य सबका साथ है.
Gud Tod Parampara
ऐसा कहा जाता है कि अधिकतर मौर्य और मंडलोई परिवार के लोग ही पोटली को तोड़ते हैं.
Gud Tod Parampara
ऐसा कहा जाता है गड्ढा खोदकर 12 फीट का खंभा गाड़ दिया जाता है, खंभा गाड़ने के बाद उसकी आरती की जाती है.
Gud Tod Parampara
ये परंपरा मध्य प्रदेश के खरगोन, बुरहानपुर सहित कई जिलों में मनाई जाती है.