कर्क रेखा मध्य प्रदेश के कुल 14 जिलों से होकर गुजरती है, हालांकि यह एक काल्पनिक रेखा है.
कर्क रेखा मध्य प्रदेश के रतलाम जिले से निकलती है, यह जिला मालवा जोन में आता है.
कर्क रेखा उज्जैन शहर से भी निकलती है, यहां वेधशाला जंतर-मंतर है, जिसमें खगोल शास्त्र अध्यन होता है.
कर्क रेखा आगर जिले से होकर भी गुजरती है, हालांकि पहले यह शहर शाजापुर जिले में आता था.
राजगढ़ जिले से भी कर्क रेखा निकलती है, इस जिले की सीमा राजस्थान से लगी हुई है.
कर्क रेखा सीहोर और भोपाल जिले से भी गुजरती है, भोपाल शहर मध्य प्रदेश की राजधानी भी है.
विदिशा और रायसेन जिले से होकर भी कर्क रेखा निकलती है, यह दोनों एमपी के प्रसिद्ध जिले हैं.
सागर और दमोह जिले बुंदेलखंड का केंद्र माने जाते हैं, दोनों जिलों से कर्क रेखा निकलती है.
कटनी और जबलपुर महाकौशल अंचल में आते हैं, इन दिनों जिलों से भी कर्क रेखा निकलती है.
उमरिया और शहडोल जिले से भी कर्क रेखा निकलती है, दोनों जिलों पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है.