क्यों है खजुराहो में कामुक प्रतिमाएं, जाने विश्व धरोहर की अनोखी बातें
Zee News Desk
May 02, 2024
विश्व धरोहर
खजुराहो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है. यहां के मंदिर विश्व धरोहर में शामिल हैं.
कामुक प्रतिमाएं
चंदेल वंश के राजाओं ने खजुराहो के मंदिरों में कामुक प्रतिमाएं बनवाई थीं.
खजुराहो मंदिर की प्रतिमाएं
जानिए इन मंदिरों में रतिक्रीड़ा, आध्यात्म, नृत्य मुद्राओं और प्रेम रस की प्रतिमाओं को क्यों बनाया गया है.
हेमवती
कहा जाता है कि एक बार राजपुरोहित हेमराज की पुत्री हेमवती झील में स्नान करने पहुंची थी.
चंद्रदेव मोहित
स्नान करती हेमवती को देखकर चंद्र देव मोहित हो गए और हेमवती से विवाह का निवेदन किया.
मधुर संयोग
कहा जाता है कि हेमवती और चंद्र देव को एक पुत्र हुआ, जिसका नाम चंद्रवर्मन था. उन्होंने ही चंदेल वंश की स्थापना की थी.
चंद्रवर्मन
चंद्रवर्मन अपने समय के एक प्रभावशाली राजा माने जाते हैं. कहा जाता है कि चंद्रवर्मन की मां हेमवती एक बार उनके सपने में आई.
इसलिए बने मंदिर
हमेवती ने उन्हें ऐसे मंदिरों को बनाने के लिए कहा जो समाज में कामेच्छा को भी आवश्यक माने और यौन इच्छा को पूरा करने वाला व्यक्ति कभी दोषी न हो. साथ ही मानवीय जुनून को दिखाएं.
85 मंदिर
इसके बाद चंद्रवर्मन ने 85 वेदियों का विशाल यज्ञ करके वहां 85 मंदिर बनवाए. मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के आगे के राजाओं ने जारी रखा था.
आज 22 मंदिर
आज खजुराहो के 85 मंदिरों में से केवल 22 मंदिर ही बाकी रह गए है.
बता दें कि मंदिरों में सिर्फ 10% नक्काशी ही यौन विषय दर्शाती है. बाकी सब नक्काशी उस समय मौजूद रोजमर्रा की जिंदगी दर्शाती हैं..