नियम कायदें

हिंदू धर्म में पूजा पाठ के नियम है, ऐसे ही कुछ नियम मंदिरों को लेकर भी दिये गये हैं. इन नियमों का पालन किए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.

Pragati Awasthi
Sep 20, 2023

मंदिर की घंटी

जैसे की मंदिर में प्रवेश द्वार पर लगा घंटा बजाना बहुत जरूरी है, ये एक संदेश ध्वनि ईश्वर तक पहुंचाता है. ऐसी मान्यता है.

मन की शुद्धि

मंदिर में लगा घंटा मन की अशुद्धि और नकारात्मक विचारों को दूर करके सकारात्मक विचारों को लाने का जरिया है.

सातों चक्र होंगे साथ

मंदिर में लगे घंटे के बजने से निकली तेज आवाज शरीर के 7 चक्रों को साफ कर देती है.

देवता प्रसन्न

मंदिर में घंटा बजाने से देवता प्रसन्न होते हैं और ध्वनि तरंगों के जरिए आपकी प्रार्थना उन तक पहुंचती है.

आत्मिक शुद्धि

नकारात्मक विचारों को दूर कर जब ये ध्वनि कानों में प्रवेश करती है तो फिर पूरे शरीर की शुद्धि होती है.

पवित्र मन पवित्र विचार

इसलिए कहा जाता है कि मंदिर में जाने से पहले मन को पवित्र रखें और फिर प्रवेश द्वार पर घंटा बजाना ना भूले

स्वैच्छिक

ईश्वर में आस्था और विश्वास होना ना होना आप पर निर्भर करता है. वैसे ही मान्यताएं भी है. जो पुराने लोगों के अनुभव के आधार पर गढ़ी जाती है.

इन मान्यताओं को मानना या ना मानना आपके ऊपर है. ज़ी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है

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