बीकानेर में की जाने वाली ऊंट की खाल पर स्वर्ण मीनाकारी और मुनव्वत का कार्य 'उस्ता कला' के नाम से जाना जाता है.
Anamika Mishra
Aug 14, 2023
उस्ता कलाकार
उस्ता कलाकारों के जरिए बनाई गई कलाकृतियां और ऊंट पर की गई बेहतरीन कलाकारी देश विदेश में बेहद प्रसिद्ध है.
ऊंट की खाल पर दुर्लभ स्वर्ण मीनाकारी
उस्ता कला में ऊंट की खाल से बनी कुप्पियों पर दुर्लभ स्वर्ण मीनाकारी का कलात्मक कार्य किया जाता है जो अत्यंत आकर्षक एवं मनमोहक होता हैं।
कला
इस कलाकारी में शीशियों, कुप्पियों, आईनों, डिब्बों, मिट्टी की सुराही सहित अन्यों के जरिए यह कला उकेरी जाती है.
हिसामुद्दीन उस्ता
ऊंट की खाल पर सुनहरी मीनाकारी की इस अद्वितीय उस्ता कला का विकास पद्मश्री से 1986 में सम्मानित बीकानेर के सिद्धहस्त कलाकार हिसामुद्दीन उस्ता ने किया था।
उस्ता कला का मंच
उस्ता कला को कई अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय कला प्रदर्शनियों में प्रदर्शित किया जा चुका है।
उस्ता कला का प्रशिक्षण
बीकानेर का "केमल हाइड ट्रेनिंग सेंटर" उस्ता कला का प्रशिक्षण संस्थान है। उस्ता मूल रूप से चित्रकार थे।
केंद्र के डिपार्टमेंट ऑफ़ प्रमोशन ऑफ़ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेंड के चेन्नई स्थित कार्यालय ने राजस्थान के बीकानेर की उस्ता कला को जीआई टैग (GI Tag) मिला है.
दस साल तक एकाधिकार
इसी के साथ इस कला पर दस साल तक राजस्थान का ही एकाधिकार रहेगा