चौकी पर महालक्ष्मी यंत्र और शंख स्थापित करें और शंख में केसर से रंगे मुट्ठी भर अक्षत भर दें और फिर घी का दिया जलाएं.
स्फटिक की माला से ॐ पुते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते' मंत्र का जप करें
अगर तरक्की में बाधा आ रही है तो चंद्र ग्रहण के समय ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:' मंत्र का जप करना चाहिए.
चंद्रग्रहण के बाद आने वाले सोमवार को शिव पूजा करें और केसर से बनी खीर को मां लक्ष्मी को अर्पित करें.
चंद्रग्रहण के बाद सफेद वस्त्र और चावल का दान करने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है.
चंद्रग्रहण के दौरान पानी या दूध को साफ बर्तन में रखकर सिरहाने रखकर सो जाएं और इसे फइर कीकर के पेड़ की जड़ में डाल दें.
चंद्र ग्रहण से पहले चांदी के लोटे में गंगाजल, चावल, शक्कर और दूध मिलाकार चंद्रमा को अर्घ्य देने से मानसिक परेशानी दूर होगी.
चंद्रग्रहम के दिन पानी वाले नारियल को अपने सिर से 21 बार वार लें और बहते पानी में प्रवाहित कर दें. चंद्रमा मजबूत होगा और मान शांत रहेगा.
चंद्रग्रहण के बाद सफेद वस्तुओं का दान करने से ग्रहण के दुष्प्रभाव कम होंगे और घर में धन धान्य बना रहता है.
(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)