दिवाली के दिन इस तरह जपे भगवान का नाम, खुशियों के साथ रुपयों से भर जाएगा तिजोरी

Chanchal Kumari
Nov 12, 2023

सनातन धर्म

सनातन धर्म में माला फेरते हुए मंत्र जाप या नाम जाप करने का विशेष महत्व माना गया है.

पूजा करने के कुछ नियम

माला का जाप करने का तरीका हर किसी का अलग-अलग होता है, मगर जिस तरह से भगवान की पूजा करने के कुछ नियम होते हैं.

माला का जाप

माला का जाप करने का फल भी आपको तब ही मिलता है, जब आप उसे ठीक प्रकार से नियम अनुसार ही करें.

माला का जाप करते वक्त कुछ सावधानियां-

कौन सी माला जप के लिए अच्छी

पीले रंग की माला में आप मूंगे के मोती की माला से भी जाप कर सकती हैं, क्योंकी पीले रंग के मोती की माला से जाप करने से मन शांत रहता है और दिमाग भी फोकस रहता है.

माला फेरने का तरीका

माला का जाप करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आपने माला को सही से पकड़ा हो, माला नाभि से नीचे नहीं जानी चाहिए और नाक के ऊपर भी आपको माला नहीं रखनी चाहिए.

आंख मूंदकर जाप

आंखें खोल कर जाप कर रही हैं तो परमात्मा पर आंखें टिका कर रखें या आंखें मूंदकर आप जाप करें

माला को नीचे न गिराएं

जाप करते समय भूल से भी माला को नीचे न गिराएं, माला को आसान या डिब्बे पर ही रखना चाहिए.

गंगाजल का छिड़काव

खुद पर गंगाजल का छिड़काव करें और साथ ही मंत्र जाप से पहले माला की भी गंगाजल से शुद्धि अवश्य करें.

मानक वाली माला

आप जिनती बार माला जपना चाहें, उतने मानक वाली माला बाजार से खरीद सकती हैं.

हिंदू धर्म

हिंदू धर्म के हिसाब से आपको 108 बार करना चाहिए. वैसे आप इससे ज्यादा बार भी माला का जाप कर सकती हैं.

किस माला से कौन सा जाप

तुलसी, वैजयंती, रुद्राक्ष, कमलगट्टे, स्फटिक, पुत्रजीवक, अकीक, रत्न आदि किसी भी तरह की माला से मंत्रों का जाप कर सकती हैं.

मन को शांत

माला से जाप करते हैं तब आपके अंगूठे और उंगलियों में एक अलग तरह की वाइब्रेशन होती है और ये वाइब्रेशन आप धीरे से पूरे शरीर में महसूस करते हैं, जो आपके मन को शांत करती है.

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