राजस्थान में बन रहा है देश का एकमात्र स्वर्णमय बगलामुखी धाम, कीमत जानकर रह जाएंगे हैरान
Anuj Singh
Jun 18, 2024
51 किलोग्राम सोना
जयपुर जिले के चाकसू में 51 किलोग्राम सोने से माता बगलामुखी का शक्तिपीठ बन रहा है.
हजारों भक्तगण
इन दिनों माता बगलामुखी धाम पर हजारों भक्तों का तांता लगा रहता है.
आठवीं महाविद्या
माता बगलामुखी दस महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या हैं,जिन्हें माता पीताम्बरा भी कहते हैं.
माता का मंदिर
मंदिर से जुड़े लोगों का कहना है कि माता का मंदिर 51 किलोग्राम सोने बनाया जा रहा है.
250 ग्राम सोना
जानकारी के मुताबिक,इस मंदिर में 250 ग्राम सोना लगा हुआ है और प्राचीन तंत्र शास्त्रों में दस महाविद्याओं काली, तारा, षोड़षी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर, भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, कमला का उल्लेख मिलता है.
पीले रंग
माता स्वयं पीली आभा से युक्त हैं और इनकी पूजा में पीले रंग का विशेष प्रयोग होता है और माता को स्तम्भन शक्ति की देवी भी माना जाता है.
अपभ्रंश
बगलामुखी का अर्थ बगला शब्द संस्कृत भाषा के वल्गा का अपभ्रंश है, जिसका अर्थ होता है दुल्हन.
कुब्जिका तंत्र
कुब्जिका तंत्र के अनुसार बगला नाम तीन अक्षरों से निर्मित है व, ग, ला,''व'' अक्षर वारुणी,''ग'' अक्षर सिद्धिदा तथा ''ला'' अक्षर पृथ्वी को संबोधित करता है.
अलौकिक सौंदर्य
माता को यह नाम उनके अलौकिक सौंदर्य और स्तंभन शक्ति के कारण प्राप्त है.
निःशुल्क हवन
माता बगलामुखी धाम में निःशुल्क हवन का आयोजन किया जाता है.