किस वंश के राजा ने बनवाया था खाटू श्याम जी का मंदिर?

Sneha Aggarwal
Aug 03, 2024

द्वापर युग

सभी जानते हैं कि द्वापर युग में तीन बाण धारी योद्धा बर्बरीक को कलियुग में खाटू श्याम के नाम से जाना जाता है.

बर्बरीक

बर्बरीक बलशाली पांडव भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र थे.

तीन बाण

बर्बरीक के पास तीन बाण थे, जिनमें इतनी शक्ति थी कि वो एक बार में तीनों लोकों को खत्म कर सकते हैं.

अर्पित

बर्बरीक ने अपने शीश को धड़ से अलग कर श्री कृष्ण को अर्पित कर दिया था.

वरदान

इसके बाद श्री कृष्ण ने बर्बरीक को वरदान दिया कि कलियुग में तुम मेरे नाम से जान जाओगे.

रूपवती नदी

युद्ध खत्म होने के बाद भगवान श्री कृष्ण ने बर्बरीक के शीश को रूपवती नदी में बहा दिया था.

राजा रूप सिंह चौहान

इसके बाद खाटू गांव के राजा रूप सिंह चौहान के सपने में आकर भगवान ने शीश को खाटू में स्थापित करने का निर्देश दिया था.

श्याम

आज पूरी दुनिया में खाटू वाले श्याम को पूजा जा रहा है.

शक्ति

कहते हैं कि बाबा में इतनी शक्ति है कि उनके दरबार से कोई भक्त खाली नहीं जाता है.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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