दहेज और घरेलू हिंसा

दहेज और घरेलू हिंसा के कुछ मामले झूठे भी होते हैं. जिसमें पत्नी द्वारा पति पर झूठा आरोप लगाया जाता है.

Zee Rajasthan Web Team
Aug 22, 2024

भारतीय दंड संहिता (IPC)

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 498A के तहत दहेज उत्पीड़न करने पर तीन साल की जेल और जुर्माना का प्रावधान है

दहेज निषेध अधिनियम

दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के तहत पांच साल तक की जेल और 15000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है.

इंडियन लॉ

अगर आप पर झूठा मुकदमा दर्ज होता है तो घबराएं नहीं ऐसा होने पर आप कुछ तरीकों से बच सकते हैं.

ज्यादा से ज्याद करें सबूत इक्ट्ठा

दहेज और घरेलू हिंसा के झूठे केस लगने पर आप मामले को लेकर ज्यादा से ज्यादा सबूत इकट्ठा करें जो आपका पक्ष मजबूत बनाए.

IPC की धारा 120B

आप अपनी पत्नी के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचने के लिए IPC की धारा 120B के तहत काउंटर केस फाइल कर सकते हैं.

मान हानि

अगर कोई आपको किसी भी तरह से बदनाम करने की कोशिश करता है, तो आप उन पर मान हानि का केस कर सकते हैं. मुआवजे के मामले में वो आपको क्षतिपूर्ति देने के हकदार भी होंगे.

लॉ

ब्लैकमेल व झूठे आरोप में फंसाए जाने की शिकायत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराएं और पुलिस को मामले की विस्तार में जानकारी दें.

इंडियन लॉ न्यूज

यदि पुलिस आपकी शिकायत दर्ज करने से मना करती है, तो आपके पास दो विकल्प होता है- आप मामले की जानकारी देते हुए एसपी/आयुक्त को पत्र लिख कर भेज सकते हैं और दूसरा...

इंडियन लॉ अपडेट

शिकायत की “प्राप्त प्रतिलिपि” प्राप्त कर सकते हैं अथवा आप शिकायत को पंजीकृत डाक से पुलिस स्टेशन में भेज सकते हैं और उसकी पावती सुरक्षित रखना चाहिए.

VIEW ALL

Read Next Story