जिस सीट से राजेश पायलट 5 बार रहे सांसद, उस सीट पर कैसे छूटी कांग्रेस की पकड़
Shiv Govind Mishra
Feb 17, 2024
दौसा लोकसभा सीट
पूर्वी राजस्थान में दौसा लोकसभा सीट को बहुत अहम माना जाता है. जानकारों का मानना है, कि यह सीट कांग्रेस और बीजेपी, दोनों में लिए बहुत महत्व रखती है.
लोकसभा चुनाव 2024
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव 2024 जनदीक आ रहे हैं, काई उम्मीदवारों के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गई है.
किरोड़ी लाल मीणा
राजस्थान की दौसा लोकसभा सीट को लेकर दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों में खींचतान का दौर शुरू हो गया है. दौसा सांसद जसकौर मीणा और किरोड़ी लाल मीणा के बीच की रार किसी से छिपी नहीं है.
जसकौर मीणा
2019 के लोकसभा चुनाव में किरोड़ी लाल मीणा के समर्थकों ने जसकौर का कड़ा विरोध किया था. जानकारों का मानना है, कि इस बार भी किरोड़ी लाल के समर्थक जसकौर मीणा के खिलाफ खड़े हो सकते हैं.
कांग्रेस और बीजेपी
ST के लिए रिजर्व दौसा की लोकसभा सीट में कांग्रेस और बीजेपी मीणा समुदाय को टिकट देती रही हैं.
बीजेपी की जीत
राजनीतिक जानकारों का मानना है, कि यह सीट परंपरागत तौर पर कांग्रेस का गढ़ कही जाती है, लेकिन, पिछले दो लोकसभा चुनावों कांग्रेस को बीजेपी से हार झेलनी पड़ी है.
राजेश पायलट की जीत
दौसा की सीट से राजेश पायलट पांच बार सांसद रहे थे. वो इस सीट से किरोड़ी लाल को भी चुनाव हरा चुके थे. बता दें, कि सचिन पायलट और उनकी मां रमा पायलट भी दौसा लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी हैं.
कांग्रेस का टिकट
यही कारण है, कि राजनीतिक विश्लेषकों का मामना है, कि कांग्रेस का टिकट उसी को मिलेगा, जिसे सचिन पायलट चाहेंगे.
कांग्रेस विधायक
जानकारी के अनुसार, पिछले चुनाव में कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा की पत्नी को टिकट दिया गया था. माना यही जा रहा है, कि इस बार मुरारी लाल को टिकट मिल सकता है.
किरोड़ी लाल मीणा
वहीं, किरोड़ी अपने भाई जगमोहन मीणा के लिए टिकट की पैरवी कर रहे हैं, जिसे बीजेपी शायद नजरअंदाज ना कर सके.