क्या आपको पता है मां गंगा ने अपने 7 बेटों को नदी में बहा दिया था?
Sneha Aggarwal
May 16, 2024
7 बेटे
महाभारत के अनुसार, मां गंगा ने अपने 7 जिंदा बेटों को पानी में बहा दिया था.
गंगा से प्यार
कथाओं के अनुसार, राजा शांतनु मां गंगा को प्यार करते थे और उनसे शादी करना चाहते थे. वहीं, राजा शांतनु ने मां गंगा को यह बात बताई, तो मां गंगा मान गई.
शर्त
लेकिन मां गंगा ने शादी से पहले एक शर्त रखी कि राजा शांतनु उन्हें कभी किसी बात के लिए टोकेंगे नहीं. इस शर्त को राजा शांतनु ने खुशी-खुशी मान लिया.
पहला बेटा
इसके बाद शादी के बाद मां गंगा को पहला बेटा हुआ, जिसे उन्होंने नदी में बहा दिया. इसी तरह उन्होंने अपने 7 बेटों को जिंदा नदी में बहा दिया, जिस पर शांतनु कुछ नहीं बोले.
राजा शांतनु ने कहा...
वहीं, जब मां गंगा अपने 8वें बेटे को नदी में बहाने लगी, तो राजा शांतनु ने कहा कि तुम अपने बेटों की हत्या क्यों कर रही हो?
हत्या
राजा शांतनु की यह बात सुनकर मां गंगा ने कहा कि मैं अपने बेटों को मारा नहीं रही बल्कि उनको श्राप से मुक्ति दिला रही हूं.
ब्रह्मपुत्री
मां गंगा ने कहा कि वह स्वर्ग में रहने वाली ब्रह्मपुत्री है और वह धरती पर बस एक श्राप की वजह से रह रही हैं.
श्राप
इसके साथ ही मेरे बेटे भी श्राप की वजह से धरती पर पैदा हो रहे हैं, जिनको मुक्ति दिलाने के लिए नदी में बहा रही हूं.
कष्ट
मां गंगा ने कहा कि 8वें बच्चे को लेकर आपने मुझे टोक दिया है. इस वजह से इसे धरती पर कष्टों का सामना करना पड़ेगा.
8वां बच्चा
मां गंगा और राजा शांतनु का 8वां बच्चा देवव्रत था, जो भीष्म पितामह कहलाए, जिनको जीवन में कभी सुख नहीं मिला.
डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.