इस उम्र के दौरान बच्चों को न सुलाएं मां-बाप अपने साथ, जानें इसके पीछे का कारण
Aman Singh
Sep 24, 2024
को-पेरेंटिंग
भारत में सभी माता-पिता अपने बच्चों के साथ ही सोते हैं. कई मामलों में ऐसा करना सही माना जाता है.
लेकिन एक उम्र के बाद माता-पिता को ऐसा करना बंद कर देना चाहिए.
को-पेरेंटिंग के नुकसान
ऐसे में सवाल उठता है कि बच्चों की किस उम्र में माता-पिता को उनके साथ सोना बंद कर देना चाहिए.
एक्सपर्ट्स की मानें तो प्री-प्यूबर्टी वह समय होता है, जब आपको अपने बच्चों के साथ सोना बंद कर देना चाहिए.
प्यूबर्टी ही वह समय होता है, जब आपको अलग-अलग बेड पर सोना शुरू कर देना चाहिए.
प्यूबर्टी शुरू होने की औसत उम्र लड़कियों में 11 साल और लड़कों में 12 साल होती है. हालांकि लड़कियों में 8 साल से 13 साल के बीच प्यूबर्टी का शुरू होना भी सामान्य है.
वहीं लड़कों में प्यूबर्टी 9 साल की उम्र से लेकर 14 साल की उम्र के बीच शुरू हो सकती है.
प्यूबर्टी के दौरान बच्चों के शरीर में कई तरह के बदलाव हो रहे होते हैं, ऐसे में जरूरी है कि आप बच्चों को स्पेस दें.
बच्चे को अलग सुलाते समय यह जरूर सुनिश्चित करें कि वह सहज और ठीक महसूस कर रहा हों.
अगर आपका बच्चा परेशान है, तो आप उसे अपने साथ सोने के लिए कह सकते हैं. अगर आप बच्चों को एक ही बेड पर सुलाते हैं, तो इससे आपकी प्राइवेसी भी प्रभावित होती है.
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि माता-पिता को कभी भी 12 महीने से कम उम्र के बच्चों के साथ बेड शेयर नहीं करना चाहिए.
क्योंकि इससे SIDS (सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम) और दम घुटने से मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है.