राजस्थान में यहां भगवान राम ने किया था अपने पूर्वजों का श्राद्ध

Sneha Aggarwal
Oct 01, 2024

पितृ पक्ष

कल पितृ पक्ष का आखिरी दिन है. इन दिनों लोग अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान करते हैं.

आत्मा की शांति

श्राद्ध के दौरान लोग पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए विधि विधान से पिंडदान करते हैं.

पूर्वजों का श्राद्ध

ऐसे में आज हम आपको राजस्थान की उस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां भगवान राम ने अपने पूर्वजों का श्राद्ध किया था.

तीर्थस्थल

यह जगह अजमेर के पुष्कर में है. यह एक ऐसा तीर्थस्थल है, जहां मानसिक शांति का अनुभव होता है.

मृत्युलोक

कहानियों के अनुसार, पुष्कर को मृत्युलोक के सबसे बड़े तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है.

भगवान राम

कहते हैं कि भगवान राम ने भी अपने पिता दशरथ का श्राद्ध पुष्कर में ही किया था.

पिंडदान

श्राद्ध के दौरान पुष्कर सरोवर के 52 घाटों पर पिंडदान करने वालों की भारी भीड़ नजर आती है.

श्राद्ध

कई लोग जौ के आटे से तो कई लोग चावल से पिंड बनाकर अपने पितरों का श्राद्ध करता है.

ब्राह्मण

इसके बाद ब्राह्मणों को वस्त्रदान, भोजन और दक्षिणा देते हैं.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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