राजस्थान का वो मंदिर, जिसके फर्श पर अपनेआप रिसता है घी

Sneha Aggarwal
Sep 17, 2024

बीकानेर

राजस्थान के बीकानेर जिले में यह मंदिर स्थित है, जिसका नाम भांडासर मंदिर है.

बंदा शाह ओसवाल

भांडासर मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी के बंदा शाह ओसवाल नामक एक धनी व्यापारी ने करवाया था.

तीर्थंकर सुमतिनाथ

कहा जाता है कि भांडासर मंदिर जैन धर्म के पांचवें तीर्थंकर सुमतिनाथ को समर्पित है.

वास्तुकला

भांडासर मंदिर घी से बनाने के साथ इसकी वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है.

जैन संस्कृति

भांडासर मंदिर तीन मंजिलों में बना है, जिसमें हर मंजिल पर जैन संस्कृति का एक अलग पहलू नजर आएगा.

विरोध

कहते हैं कि एक बार जब व्यापारी बंदा शाह ने गांव के लोगों से जमीन पर मंदिर बनाने के लिए कहा तो उन्होंने इसके लिए मना कर दिया.

मारे जाएंगे लोग

लोगों ने कहा कि पहले ही गांव में पानी की इतनी कमी है. जो पानी बचा है उससे अगर मंदिर बना तो पानी खत्म हो जाएगा और परेशानी ओर बढ़ जाएगी. इससे लोग भूख-प्यास से मर जाएंगे.

घी से मंदिर का निर्माण

लेकिन व्यापारी बंदा शाह ने ठान लिया था कि वो मंदिर बनाएगा, जिसके चलते उसने घी से मंदिर का निर्माण करने का फैसाल लिया.

रिसता दिखता है घी

कहते हैं कि गर्मी के मौसम में मंदिर के फर्श पर फिसलन हो जाती है. साथ ही स्तंभों और फर्श पर घी रिसता देखा जा सकता है.

डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.

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