सांप की जीभ बीच में से क्यों कटी होती है ? महाभारत में छिपा है रहस्य

Zee Rajasthan Web Team
Apr 20, 2024

पुरानी कहानी

Rajasthan News : महाभारत(Mahabharata) में बताया गया है कि महर्षि कश्यप की 13 पत्नियां थीं. जिसमें से एक कद्रू और दूसरी विनता थी.

नाग पुत्र

सभी नाग कद्रू की संतान बताये जाते हैं. कहानी कुछ इस प्रकार है कि एक बार कद्रू और विनता में शर्त लगी. जो हारता वो दासी बनता

चली चाल

कद्रू ने चाल चली और अपने नाग पुत्रों से कहा कि घोड़े की पूंछ पर लिपट कर उसे काला कर दें.

नागपुत्रों ने मानी बात

नागपुत्रों ने बात मान ली और घोड़े की सफेद पूंछ से लिपट गए जिससे वो काली दिखने लगी.

गरुड की एंट्री

शर्त हार चुकी विनता अब कद्रू की दासी हो गयी. जैसे ही ये बात विनता के पुत्र गरुड़ को पता चली, तो वो नागपुत्रों के पास पहुंचे

अमृत की मांग

नागपुत्रों ने गरुड़ को कहा कि स्वर्ग से अमृत लाकर हमारी माता को दो तो तुम्हारी माता दासी नहीं रहेंगी.

आ गए इंद्रदेव

गरुड़ अमृत कलश लेकर आए और कुशा ग्रास पर रखा, इससे पहले की नागपुत्र अमृत पीते, इंद्रदेव आ गये.

कुशा चाटने लगे

इंद्रदेव अमृत कलश को साथ ले गए और नागपुत्र कुशा ग्रास को ही तेजी से चाटने लगे ताकि अमृत की कोई बूंद ही मिल जाए.

कट गयी जीभ

लेकिन कुशा घास से ही उसकी जीभ के दो टुकड़े हो गये और तभी से सांप की जीभ बीच से कटी है.

डिस्क्लेर- ये लेख महाभारत में बतायी गयी कहानी पर आधारित है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है

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