प्राचीन मंदिर

राजस्थान बहुत से प्राचीन मंदिर है, लेकिन ईडाणा माता के मंदिर की बात ही अलग है.

Zee Rajasthan Web Team
Mar 12, 2024

अग्निस्नान

राजस्थान के उदयपुर में ईडाणा माता का मंदिर, महाभारत काल से ही बना हुआ है. जहां माता अग्निस्नान करती हैं.

भाग्यशाली को दर्शन

ईडाणा माता मंदिर में अग्निस्नान के दर्शन सिर्फ भाग्यशाली भक्तों को ही होते हैं.

उदयपुर से कुछ दूरी पर

उदयपुर से 60 किमी दूर कुराबड़-बम्बोरा रोड पर ये मंदिर है, जो बरगद के पेड़ के नीचे बना है.

आग से मूर्ति को नुकसान नहीं

जब भी ईडाणा माता अग्निस्नान करती हैं, मूर्ति जस की तस रहती है, हां ऊपर मौजूद बरगद के पत्ते जरूर जल जाते हैं.

मान्यता

साल भर मंदिर में आने वाले भक्तों की भीड़ रहती है, मान्यता है कि यहां लकवा ग्रस्त मरीज ठीक हो जाते हैं.

ईडाणा माता का अग्निस्नान कब होगा ये किसी को पता नहीं होता है, कभी कभी सालों में एक बार तो कभी एक हफ्ते में कई बार ये दृश्य देखने को मिल सकता है.

हर मनोकामना पूरी

माना जाता है कि ईडाणा माता का अग्निस्थान देखने वाला भक्त भाग्यशाली हो जाता है और उसकी हर इच्छा की पूर्ति होती है.

(डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी है, जिसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है)

VIEW ALL

Read Next Story